What is Marketing kya hai in Hindi|Marketing strategy

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What is Marketing kya hai in Hindi

आप सोच रहे होंगे की आज के ज़माने में What is Marketing kya hai सब को ही पता है | बताना है तो digital markating क्या है वह बताओ| आप यह जान ले की आप को digital markating क्या है इसे जाने के लिए आप को सब से पहले What is markating kya hai यह जानना जरुरी है | जब ही आप पूरी तरह से digital markating के बारे में समझ पाएंगे | 

मार्केटिंग करना एक कला है | जो छोटे व्यापारी से ले कर जितने भी बड़ी-बड़ी कंपनी है | सभी को अपने Product सेल(बिक्री) करने के लिए जरुरी होता है | जितना अच्छी आप को Marketing करनी आयेगी आप उतना ही अच्छा अपने Product को सेल(बिक्री) कर पाओगे| 

वही यह सवाल आता है की आखिर कार यह What is Marketing kya hai| 

Customer की जरुरत को समझना और उसके मुताबिक Product (उत्पाद) या Service (सेवा) बेचना ही मार्केटिंग है| 

पर असल में मार्केटिंग क्या यही है | आप सोच रहे होंगे मार्केटिंग अपने Customer को देखना क्या चाहिए और उसे अपने Product या Service प्रदान (Provide) करना|अगर आप मुझे से कहोगे की यह मार्केटिंग की एक उपरोक्त परिभाषा है | यहाँ मेरा कहना होगा नहीं यह मार्केटिंग की परिभाषा नहीं है| 

मार्केटिंग अपने आप में बहुत ही ज्यादा व्यापक है|मार्केटिंग क्या है यह हर किसे को नहीं पता जिसे पता है वह आज बहुत आगे है |

अब आप का सवाल होगा अगर यह मार्केटिंग नहीं है तो क्या परिभाषा है मार्केटिंग की What is Marketing kya hai|

What is Marketing kya hai in Hindi-Marketing strategy
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Sahitya Gaur (साहित्य गौड़) के अनुसार मार्केटिंग की परिभाषा– अपने Customer (ग्राहक) को अपने द्वारा बनाया गया Product (उत्पाद) या Service (सेवा) उस Customer (ग्राहक) को सफलतापूर्वक (Successfully) बेचना (Sell) जिस को उस  Product या Service की जरुरत नहीं है |

अर्थात : अपने Customer (ग्राहक) को वह Product (उत्पाद) या Service (सेवा) जो आप ने बनाया है | वह उस ग्राहक को भी बेच देना जिस Product (उत्पाद) या Service (सेवा) की उसे जरुरत भी नहीं थी या मांग नहीं थी | वही असली में मार्केटिंग है |

सफलतापूर्वक से यहाँ आशय (meaning)अपने ग्राहक को Product या Service बेचना और वह ग्राहक भी खुशी-खुशी वह Product या Service आप से खरीद ले |

जैसे : हम कोई भी Product खरीदना जाते है पर कोई और Product ले का आ जाये है या किसे और कंपनी का Product ले के आ जाते है | हम सभी के साथ यह अक्सर होता है |

ऐसा इस लिये होता अधिकांश समय हमें यह पता ही नहीं होता की हमे क्या लेना है और हमारी जरुरत क्या है |

इस को हम ऐसे समझ सकते है क्या आप को यह पता है की आप को कौनसा 6G Phone लेना है ? आप कहोगे 6G Phone अभी तक मार्किट में नहीं आये है | फिर कैसे आप को बता दे कौन सा 6G Phone लेना है |

वही आप से कहा जाये कौन सा 5G Phone लेना है | आप कुछ फोनो के नाम आसानी से गिना दोगे | पर आप ने सोचा असा ही 5G Phone लेन गए जो आप ने पसंद किया था | वह shop में जा के पता चले ये new phone जिस में 6G Phone भी चलेगा आप की सोच वही बदल जाएगी | जब की आप को पता तक नहीं है की 6G क्या इस फ़ोन में चलेगा भी या नहीं पर आप एक 6G phone buy कर लोगे | जैसा की 5g फोन को लेकर हो रहा है | हमें पता भी नहीं है की किस फ़ोन में 5g ज्यादा अच्छा चलेगा पर हम उसे खरीद लेते है | इसे ही मार्केटिंग (Marketing) करना कहते है |

वास्तव में Marketing क्या है-(What exactly is marketing)?

मैने अपने अनुभव से अधिकांश यह देखा है की जब भी अधिकांश Marketing शब्द कही आता है तो वहाँ सभी अधिकांश बेचने के किसी न किसी रूप के बारे में सोचते हैं | और उन्हे यह लगता है | एक product को बेचना ही Marketing कहलाता है | 

उन यह मानना स्वाभाविक(Natural) भी है | 1980 तक अपने Product (उत्पाद) या Service (सेवा) का विक्रय करना ही Marketing की की परिभाषा थी | 

साल बीतते गये और Marketing की भी परिभाषा में अंतर आया | पहले जो Marketing की परिभाषा थी अब वह sale की परिभाषा मानी जाती है | 

यह मन भी गलत नहीं है की Marketing Customer को समझ कर क्या उन्हे चाहिए वह Product (उत्पाद) या Service (सेवा) उसे प्रदान करना Marketing ही है | 

अब यहाँ दो पहलु आये पहला Product यानेकी उत्पाद और दूसरा है Service (सेवा) अगर एक normal ग्राहक के नजरिये से देखे तो Product करना मार्किट है | पर Service मार्किट कैसे है? 

इसे जाने के लिए हम  Product और Service की परिभाषा समझते है|

product किसे कहते है?

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Product का हिंदी मतलब उत्पादन, उत्पाद, माल, चीज़, वस्तु, पैदावार, आदि होता है।

Product बिक्री की जाने वाली कोई भी वस्तु हो सकती है, product Service या कोई भी ऐसी वस्तु जो आप न बिकने की उम्मीद से बनाया है, वह सब एक product है | product कोई सेवा हो सकती है |

वह video हो सकती है, कोई audio हो सकती है, कोई विचार भी हो सकता है, blog भी हो सकता है या कोई भी वह जो आप ने बिकने की उम्मीद से बनाया है, वह सब एक product है| 

Product की परिभाषा – देखे तो Product जिसे लोगों और कपंनीयों की आवयश्कता और इच्छाओं को समझते हुआ बाजार में उतारा जाये उसे हम Product कहता है

Marketing में, Product वह है जो आवयश्कता और इच्छाओं को पूरा कर सके फिर चाहे वह इच्छा या आवश्यकता किसी कपंनीयों की हो या फिर किसे भी ग्राहकों की | 

Service किसे कहते है?

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Service की बढ़ती हुयी मांग Service एक विषय बन गया है जिसका अलग से अध्ययन करने की आवश्यकता है। Service से आशय जो बिक्री के लिए पेश किए जाते हैं या ग्राहक को माल की बिक्री के साथ प्रदान किए जाते हैं, और बिक्री से पहले और बाद में जो भी सेवा दे जाती है Service कहलाती है

Service की परिभाषा -जो भी Service बिक्री से पहले या बाद में दी जाती है वह Service कहलाती है | 

Service किसे भी रूप में हो सकती है| Physical रूप में, जानकारी के रूप में, जवाबदारी के रूप में, किसे भी प्रकार की help सब एक Service है | उस मामला में जब किसे बिक्रेता के रूप में दी गयी हो |

Marketing एक वार्तालाप है|

मैने अपने अनुभव से जो Marketing को जाना है यही की जिस पर वार्तालाप (Conversations) साधारण भाषा में कहे तो बातचीत करने में जो जितना निपुड़ है | वह मार्केटिंग बहुत अच्छे से कर सकता है | 
अर्थात- जो बात बनने और घुमाने में निपुड़ होते है उस की बात अधिक तर इंसान सच ही मानते है क्युकी वह बात ही कुछ इस तरह करते है | इसे को Marketing कहते है | 
Fact– क्या आप को यह पता है ज्यादा तर मार्केटिंग की जाती है वह वार्तालाप के द्वारा की जाती है | 
अब आप सोच रहे होंगे आखिर कैसे वार्तालाप के जरिये हम एक बेस्ट Marketing कर सकते है? क्या यह सच है की ज्यादा तर मार्केटिंग वार्तालाप के द्वारा की जाती है?

क्या यह सच है की ज्यादा तर मार्केटिंग वार्तालाप के द्वारा की जाती है?

 शत प्रतिशत (hundred percent) यह बात सच है की ज्यादा तर मार्केटिंग वार्तालाप के द्वारा की जाती है| 

छोटा सा उदाहरण- आप ने अक्सर देखा ही होगा जो शॉप वाला जो आप से अच्छे से बात करते है, या आप को सामान बेचने से ज्यादा जो आप की सुनता (सामान से जुडी समस्या) है | आप उस से सामान लेना ज्यादा पसंद करते हो,न की उस से जो आप से ना ही बात ठीक सा करे और, आप को कोई भी बेकार सामान पकड़ा दे | 

वे ब्रांड जो ग्राहक को जितने में ज्यादा विश्वास रखते हो न की सेवा या सामान बिकने में | 

marketing के दो पहलू और है जिसे हम 4 P’S और 7 P’S के रूप में जानते है | 

  • What is Marketing kya hai by 4 P’s मार्केटिंग| 
  • What is Marketing kya hai by 7 P’S मार्केटिंग| 

4 P’s मार्केटिंग| 

  1. Product – आप क्या बेचना चाहते है यह तय करना |
  2. Price – उस product या Service का price कितना होगा यह तय करना || 
  3. Place – आपके customer उस product या Service को कहाँ से खरीदेंगे यह तय करना |
  4. Promotion – कैसे आप अपने customer को product या Service के बारे में बताएगे यह तय करना |

आप इन चारो तत्त्व (element) को कितना अच्छे से यूज़ करते है | उस पर ही आपका व्यापर टिका है और आप की marketing | 

1. Product

आप क्या बेचना चाहते है यह तय करना| आप सब से पहले यह तय करे आप को क्या बेचना है | क्या आप का product होने वाला है | किस तरह का वह product होगा | क्या customer को वह product पसंद आएगा भी या नहीं और भी | आपका product जितना ज्यादा customer को देख कर बनाया जायेगा बहुत अधिक chance है की वह product आपका उतना अच्छा विकेगा | 

2. Price 

आप अपने product को कितना price में बेचना वाले है | product का price तय करना कोई आसान काम नहीं है | product का पूरा खर्चा (product बनाने से लेकर पैकिंग और भी सब खर्चे) के बाद यह तय करना कितने का बिकेगा यह एक जटिल प्रक्रिया है | 
आपका product कितने का है और यह कितना का बिकेगा यह सब product की कीमत और बिक्री (sale) पर बहुत प्रभाव डालता है | 

आपको product की price तय करने के लिए सब से पहले या देखना होगा की |

  • उस product को बने में कितना खर्चा हुआ | 
  • आप की रणनीति (Strategy) क्या है उस product को ले कर | 
  • आपके compititor (अगर कोई है) उस ने उस product की क्या price राखी है | 
  • आप के customer कौन है |
  • product सेल करने के लिए क्या Location है या कौन सा platfrom(offline या online)आप ने तय किया है उस प्रोडक्ट के लिए | 
  • आपके product के आगे के और खर्चे क्या-क्या और कितने होंगे(रखने का, स्टोर करने का, आगे सेल करने का और भी खर्चे)| 

इन सब Fact को ध्यान में रख कर आप अपने product और Service की price तय कर सकते है | 

3. Place

आपके customer उस product या Service को कहाँ से खरीदेंगे यह तय करना | आप को यहाँ भी सोचना होगा की आप अपने product को कहा बनना वे बेकना कहते है | वह product city के लिए है या फिर Village के लिया या दोना ही | place का तय करना बहुत जरुरी है | 
आपको product की place तय करने के लिए सब से पहले या देखना होगा की | 

  •  वह product city के लिए है या फिर Village के लिया या दोना के लिए | 
  • city में बेकना है तो कहा बेकना है आस पास कैसी Location है | vip एरिया है या ऐसे ही | 
  • product बन कहा रहा है, और बेचना कहा है | 
  • उस विशेष स्थान पर कैसे customer ज्यादा आते है, या गुजरते है | अमीर या आम आदमी | 
  • आप के product कहा बिकगे (offline या online) यह भी तय करना | 

इन सब को Fact को ध्यान में रख कर आप अपने place तय कर सकते है | 

4. Promotion

कैसे आप अपने customer को product या Service के बारे में बताएगे (प्रचार करेंगे) यह तय करना |
आप अपने product को कैसे promote कर रहे है यह सब से अहम् है | चाहे आप का प्रोडक्ट कोई भी हो चाहे आप उस का कोई भी price रखे या कैसे भी place हो अगर आप न उस product या Service  को अच्छे से Promotion नहीं किया है तोआप का सब कुछ बेकार है | इस लिए Promotion को सब से महत्वपूर्ण माना गया है 

आपको अपने product को बेस्ट  Promotion के लिए यह सब से पहले या देखना होगा की | 

  • आप को अपना प्रोडक्ट कहा Promotion करना है (offline या online) | 
  • Traditional advertising करनी है (TV, Magzne, Newspaper या FM रेडियो से)| 
  • Digital advertising करनी है (PPC advertising, Social media, या SEO)
  • किसी free product या Service दे के करनी है | 

इन सब को Fact को ध्यान में रख कर आप product या Service को Promotion कैसे करना है यह तय कर सकते है | 

1981 में बूम एंड बिटनर (Boom and bitner) के द्वारा मार्केटिंग मिक्स (marketing mix) के निर्माण का नेतृत्व किया जिसने 4 Ps सिद्धांत में 3 और नए तत्व जोड़े। उन उत्पादों को शामिल करने की अनुमति दी, जो सेवाएं हैं और केवल भौतिक (physical) चीजें नहीं हैं।

7 Ps मार्केटिंग| 

7 ps of marketing|in Hindi|pros and cons
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  1. people- हमरी कम्पनी के अंदर स्टाफ कौन सा है (सेल्स स्टाफ से मैनेजिंग डायरेक्टर तक) |  
  2. processes- आपकी कम्पनी का क्या processes उस product या Service के लिए | 
  3. Physical evidence- आप अपने customer को किस तरह का Environment दे रहे है | उस Particular price पर | 

1. people

हमरी कम्पनी के अंदर स्टाफ कौन सा है (सेल्स स्टाफ से मैनेजिंग डायरेक्टर तक)| सभी कंपनियां लोगो पर निर्भर होती है जैसे-सेल्स स्टाफ से मैनेजिंग डायरेक्टर और भी स्टाफ | कंपनी बहुत ज्यादा निर्भर करती है | वह का स्टाफ कैसा है | अच्छी तरह से तैयार है वहाँ का स्टाफ या ऐसे ही है | स्टाफ ग्राहक से कैसे बात करता है |

उदहारण – मान लीजिये आप किसी Restaurant(खाने की दुकान) में जाते है आप का पास वह पर काम करने वाला एक कर्मचारी अत है | और आप से बहुत अच्छे से बात करता है | आपकी नजर में उस Restaurant की इज्जत काफी बढ़ जाएगी |

वही आप ऐसे Restaurant में गए जो बहुत मशहूर है पर न तो कोई कर्मचारी ठीक से बात करता है न ही वह आप का पास आप के लाख बुलाने पर अत है | तो आप सोच सकते है | people हमरी कंपनी के लिए कितना impotant होते है |

यही है जो आप की कंपनी को एक ब्रांड बने में आप की मदद करते ह|

2. processes

आपकी कम्पनी का क्या processes उस product या Service के लिए | कोई भी Restaurant वाला कितनी देर में आप का ऑडर किया हुआ food ला कर देता है | अगर उस का कही और Restaurant है | अलग place या city में उस में भी क्या यह प्रक्रिया है इतना जल्दी मिल जाता है | और वह भी क्या उस खाने का टेस्ट वही है या अलग है |

इसे कहते है processes और एक सफल markating करने के लिए आप को यह follow करना होगा | 

3. Physical evidence

आप अपने customer को किस तरह का Environment दे रहे है | उस Particular price पर| 

Physical evidence online 

यहाँ बात ऑनलाइन भी लागु होती है जैसे आप से कोई प्रोडक्ट सेल किया जिस को सेल किया वह यह सोचेगा की यह Particular चीज ऐसे होगी ऐसे पैकिंग होगी | और आप उसे बेकार सी पैकिंग में देता है तो वह product अंदर से किस प्रकार का होगा वह यह अनुमान लगता है और सोचता है इतना रू में एक क्या मिला | वही अगर कोई और कम्पनी की पैकिंग अच्छी है | product अच्छा है तो वह customer मुमकिन है वह प्रोडक्ट ला जो उसे अच्छी पैकिंग और अच्छा प्रोडक्ट मिल रहा हो | 

Physical evidence offline 

ofline की बात करे तो कोई भी customer जब एक price देता है तो वह यह जरूर सोचता है की उसे वह product ऐसा मिलेगा | मुझे Service वैसी मिलेगी | उद्धरण- अगर आप एक 5 star होटल में गए और वहाँ न खाना अच्छा न ही वह देखने में अच्छा आप सोचोगे क्या है ये | वही आप एक छोटे से होटल में गए वह का खाना बहुत अच्छा और Matrix एक डैम A ONE बैठने का स्थान (Sitting area) एक दम मस्त हो आप कहा ज्यादा अच्छा लगेगा इसे को Physical evidence कहते है | 

Types of marketing in Hindi.

  1. Traditional marketing
  2. Digital marketing

Traditional marketing

Traditional marketing जैसे-Newspaper, templates, banners, TV (Television), Magzne, या FM रेडियो आदि traditional मार्केटिंग के उदहारण है।

आज के समय में traditional marketing दिन प्रतिदिन कम होती जा रही है, पर ऐसा भी नहीं है की बिलकुल ख़तम हो गयी है | 

New York street की बात करे तो आज भी वह Traditional marketing की जाती है और वहाँ एक Advertisement लगवाने की शुरुयात $100000 से स्टार्ट होते है | 

Digital marketing

Digital marketing क्या है उस के लिया हमरी इस वेबसाइट पर पूरा blog है | 

Digital marketing आज की सब से पॉपुलट marketing में से एक है | Digital marketing का सब से बड़ा फायदा यह है की आप बहुत अच्छी तरह अपनी Audience को Target कर सकते है | आप अपने budget के हिसाब से भी marketing कर सकते है | 

Digital द्वारा marketing करना का सब से बड़ा फायदा इस पर सब से ज्यादा Audience है,और  जहाँ ज्यादा Audience वही सब से अच्छी marketing| 

आज ले टाइम में छोटे से ले कर बड़ी कम्पनी सभी Digital द्वारा marketing कर रहे है | आज हर कोई अपने smartphone से अपने marketing कर सकता है | 

नोट – अगर आप को सीखनी है Digital marketing तो इस वेबसाइट से जुड़े रहे हम Digital marketing के बारे में ही सिखाते है | 

Digital marketing सिखने के कुछ  step|

Digital marketing के कुछ रूप है | 

  • कंटेंट मार्केटिंग (Content marketing)| 
  • सोशल मीडिया मार्केटिंग (Social media marketing)| 
  • ईमेल मार्केटिंग (Email marketing)| 
  • रिटारगेटिंग (Retargeting)| 
  • सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (Search engine optimization)| 
  • सर्च इंजन मार्केटिंग (Search engine marketing)| 
  • इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग (Influencer marketin)| 

और अधिक जानकारी के लिए हम से contact कर सकते है | 

कंटेंट मार्केटिंग (Content marketing)| 

अपनी ब्रांड की जागरूकता और ग्राहकों के साथ अच्छे संबंधों को बनाने के लिए आज की कपनियां विभिन्न रूपों में content को प्रकाशित करती है। कंटेंट मार्केटिंग के उदाहरणों- ब्लॉग के रूप में अपने प्रोडक्ट या ब्रांड को बताना, सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिये, इन्फोग्राफिक्स और वीडियो के माध्यम से content marketing करते हैं।

सोशल मीडिया मार्केटिंग (Social media marketing)| 

सोशल मीडिया मार्केटिंग (Social media marketing)| 

अपने ग्राहकों से और ज्यादा जुड़ने का लिए सोशल मीडिया मार्केटिंग (Social media marketing) करना  से बेस्ट है | इस का माध्यम से आप और भी ज्यादा Audience को Target कर सकते है, और अपने ब्रांड के बारे में  भी जागरूक कर सकते है |  सोशल मीडिया मार्केटिंग जैसे -फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, youtube, TikTok और भी Social media platfrom है जहाँ आप सोशल मीडिया मार्केटिंग कर सकते है | 

ईमेल मार्केटिंग (Email marketing)| 

Email marketing आज के इस युग की सब से ज्यादा लोकप्रिय marketing में से एक है आज के इस युग में हर छोटे से छोटा और बड़े से बड़ा व्यवसायी इस को करता है |

इस में हम उन्हे Email भेजते है जिस से singn up किया है | 

अगर आप भी अभी तक इस Email marketing का उसे नहीं किया है तो आप इसे कर सकते है | 

रिटारगेटिंग (Retargeting)| 

रिटारगेटिंग (Retargeting) आज कल सभी ब्रांड Retargeting करते है

Retargeting क्या है | 

Retargeting में  हम उन यूजर या customer को targeting करते है | जो या तो पहले कभी हमरी product या Service ले चुके है | या कोई हमरी वेबसाइट पर आया पर किसे कारण वश चला गया प्रोडक्ट देख कर | तो हम उसे Retargeting कर के उसे वह product को लेने की याद दिला सकते है | 

Retargeting कैसे होती है | 

Retargeting आप की वेबसाइट में जो cookies होती है वह उस यूजर के फ़ोन में सेव हो जाती है जब भी वह आप की वेबसाइट पर अत है | उन cookies के द्वारा Retargeting करते है | 

सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (Search engine optimization)|

Search engine optimization को आमतौर पर SEO कहते है | यह आप की वेबसाइट पर जो भी product है वह अच्छे से SEO किया गया है तो आप की वेबसाइट Google में पर रैंक करेगी उस प्रोडक्ट के साथ | वह से आप की वेबसाइट पर अधिक ट्रैफिक आएगा | 

सर्च इंजन मार्केटिंग (Search engine marketing) 

इस प्रकार के पे-पर-क्लिक या पीपीसी (Pay-per-click or PPC) के रूप में भी जाना जाता है, इस प्रकार के marketing व्यवसायों के लिए सर्च इंजन रिजल्ट पेजों पर एक प्रमुख स्थान पर आपकी  साइट का एक लिंक रखना होता है। जो टॉप पर या उस का थोड़ा निचा होता है | Google उसे AD के रूप में दिखता है | उपरोक्त फोटो में यह दर्शाया गया है किस तरह से आप की पोस्ट दिखेगी | 

इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग (Influencer marketin)| 

इन्फ्लुएंसर (Influencer) किसे कहते है

आज के इस युग में जहाँ youtube, TikTok, Instgrame जैसे app मौजूद है वही काफी ऐसे Creator भी मौजूद है जिनहे हम फॉलो करते है या रोज देखते है | उन्ही को Influencer कहते है|

इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग (Influencer marketin) किसे कहते है|

ब्रांड ऐसे Influencer देखती है जिस के पास बहुत सारी Audience है, उन Creator को  approach करके ब्रांड अपने प्रोडक्ट सेल करवाते है | इसे को इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग (Influencer marketin) कहते है | 

ये थे आज के सबसे लोकप्रिय डिजिटल मार्केटिंग (Digital marketing) यह मार्केटिंग आज सब से ज्यादा लोकप्रिय है | वैसे तो Digital marketing में और भी बहुत से मार्केटिंग रणनीति होती है पर यह सब से ज्यादा मुख्य थी |

मुझे आशा है की आप को Traditional marketing और Digital marketing दोनों ही marketing के बारे में सब पता चल गया होगा आप comment कर के बता सकते है की कैसी लगी आप को | और कुछ जानना है तो भी comment कर सकते है | 

B2B (Business to Business)

B2B marketing में हम आपने product को बनते है और आगे उन कपंनीयों को sale करते है जिन्हे हमरे product की जरुरत है | जैसे- Whole seller और भी वह कपंनी जो प्रोडक्ट खुद नहीं बनती | 

B2C (Business to Consumer)

B2C marketing में हम कंपनियों को नहीं CUSTOMER को TARGET करके अपना PRODUCT बनते है | इस में हम अपना PRODUCT सीधे CUSTOMER को SALE करते है |

मार्केटिंग रणनीति (Marketing strategy)|

हमने अभी तक What is Marketing kya hai इस पर बात की पर आप को What is Marketing kya hai इसके साथ-साथ मार्केटिंग रणनीति (Marketing strategy) कैसे करे यह भी जाना बहुत जरुरी है | जब ही आप एक अच्छे और कुशल Marketing कर पाओगे | 

एक प्रभावी Marketing strategy विकसित करना कोई आसान काम नहीं है, परन्तु आप market का अच्छा ज्ञान कर के और कुछ step को पढ़ के एक कुशल Marketing strategy विकसित कर सकते है | 

 

  1. अपने लक्ष्यों को पहचानें| 
  2. Proper Market research करे | 
  3. अपने ग्राहकों की पहचान करे (identify your customers)| 
  4. प्रतियोगी विश्लेषण (competitor analysis) करे | 
  5. अपने मार्केटिंग के प्लेटफार्म चुनें (Choose Your Marketing platform)| 

अपने लक्ष्यों को पहचानें | 

आपके product को ले कर क्या लक्ष्यों है उसे जाना बहुत जरुरी है | कई बार हमें यह पता ही नहीं होता की Marketing करने का लक्ष्यों क्या है | हमे अपने व्यापार को कैसे खड़ा करना है | हमरे customer कौन है | हमें किन customer को या व्यापार को Target करना है | सोशल मीडिया पर कैसे जागरूकता बढ़ाने अपने ब्रांड की | आप को सफल Marketing करने के लिये सोशल मीडिया पर सही भी काम करने का बिचार करना होगा | 

Proper Market research करे | 

आप को Proper Market research करनी होगी अपने प्रोडक्ट सेल और markating करने के लिए | Proper Market research करना ज्यादा मुश्किल काम भी नहीं है और आसान काम भी नहीं है | Market research करने के लिया आप को सोशल मीडिया का भी सहारा लेना चाहिए | इस पर सब से ज्यादा people है | Proper Market research करने से आप एक अच्छी Marketing strategy अपना सकते है | 

अपने ग्राहकों की पहचान करे (identify your customers)| 

आपको Market research करने के साथ-साथ आप के ग्राहकों कौन है यह भी पहचान होनी चाहिए | आपको अपने ग्राहकों की पहचान होनी चाहिए | आप के ग्राहकों कौन है क्या आप के ग्राहक को चाहिए, क्या उन की जरुरत है| यह सब आप को पता होना चाहिए | 

प्रतियोगी विश्लेषण (competitor analysis)| 

प्रतियोगी विश्लेषण (competitor analysis) यह महत्वपूर्ण है आप को अपने competitor के बारे में भी सब पता होना चाहिए, की वह कैसे अपने ग्राहक को Target कैसे करते है, वह क्या कर रहे है मार्केटिंग में और भी बहुत कुछ जान के आप एक अच्छी Marketing strategy अपना सकते है | 

अपने मार्केटिंग के प्लेटफार्म चुनें (Choose Your Marketing platform)| 

आप को Marketing करने के लिए आप को एक यह देखना होगा की आप को प्लेटफॉर्म चुना होगा | आप को कहा सेल करने है, आप को ऑनलाइन और ऑफलाइन कहा काम करना है,आपकी ऑनलाइन और ऑफलाइन क्या रणनीतियों है|

सोशल मीडिया का कौन सा प्लेटफॉर्म सही है, आपके ग्राहक ज्यादा तर टाइम कहा बिता रहे है | यह सब आप को चुना होगा | 
आप धीरे-धीरे यह सब में निपुड़ हो जाओगे आप को बस हर टाइम हर Minute मार्किट और मार्केटिंग के बारे में सीखते रहने होगा | 

मुझे आशा है, आपको Marketing strategy के बारे में पता चल गया होगा |  

निष्कर्ष (Conclusion)

आप धीरे-धीरे यह सब में निपुड़ हो जाओगे आप को बस हर टाइम हर Minute हर Second मार्किट और मार्केटिंग के बारे में सीखते रहने होगा | आपकी मार्केटिंग रणनीति और आपकी मार्केटिंग योजना दोनों ही आपको लम्बे समय तक सफलता की कुंजी हैं, चाहे आपका व्यवसाय एक छोटा स्टार्टअप हो या बहुत बड़ी कोई कपंनी। 

What is Marketing kya hai मुझे पूरा यकीं है (What is Marketing kya hai) आप को पूरी तरह से पता चल गया होगा | फिर भी आप की कोई भी सबाल है, या कोई भूल हो गयी है | आप हमे comment के द्वारा बता सकते है आप की अति कृपया होगी | 

People also ask

मार्केटिंग क्या है(What is Marketing kya hai)?

What is Marketing kya hai

अपने Customer (ग्राहक) को वह Product (उत्पाद) या Service (सेवा) जो आप ने बनाया है | वह उस ग्राहक को भी बेच देना जिस Product (उत्पाद) या Service (सेवा) की उसे जरुरत भी नहीं थी या मांग नहीं थी | वही असली में Marketing है |

4 P’s मार्केटिंग?

What is Marketing kya hai

1. Product – आप क्या बेचना चाहते है यह तय करना |
2. Price – उस product या Service का price कितना होगा यह तय करना || 
3. Place – आपके customer उस product या Service को कहाँ से खरीदेंगे यह तय करना |
4. Promotion – कैसे आप अपने customer को product या Service के बारे में बताएगे यह तय करना |

7 Ps मार्केटिंग?

What is Marketing kya hai

5. people– हमरी कम्पनी के अंदर स्टाफ कौन सा है (सेल्स स्टाफ से मैनेजिंग डायरेक्टर तक) |  
6. processes– आपकी कम्पनी का क्या processes उस product या Service के लिए | 
7. Physical evidence– आप अपने customer को किस तरह का Environment दे रहे है | उस Particular price पर | 

मार्केटिंग कितने प्रकार की होती है?

1.Traditional marketing
2.Digital marketing

मार्केटिंग रणनीति (Marketing strategy)क्या है?

1.अपने लक्ष्यों को पहचानें| 
2.Proper Market research करे | 
3.अपने ग्राहकों की पहचान करे (identify your customers)| 
4.प्रतियोगी विश्लेषण (competitor analysis) करे | 
5.अपने मार्केटिंग के प्लेटफार्म चुनें (Choose Your Marketing platform)| 

product हिंदी मतलब?

What is Marketing kya hai

Product का हिंदी मतलब उत्पादन, उत्पाद, माल, चीज़, वस्तु, पैदावार, आदि होता है।

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Hi I,m Sahitya Gaur. I love tech and fashion. Professional digital marketing and content creator, YouTuber also.

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